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औरंगाबाद जिले में 18 से अधिक उम्र के लोगों को मात्र 43 हजार को लग पाया है कोरोना का टीका



 औरंगाबाद टीकाकरण की धीमी रफ्तार तेज नहीं रही है। टीकाकरण को लेकर गांवों ग्रामीण उत्साहित नहीं है। स्थिति है कि टीका एक्सप्रेस गांवों में पहुंच रही है, परंतु ग्रामीण घर से निकल नहीं रहे हैं। गांवों में टीकाकरण को लेकर ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है। अधिकारी गांव पहुंच ग्रामीणों को टीकाकरण के फायदे बता रहे हैं। सुबह से शाम तक अधिकारी गांवों में कैंप कर रहे हैं। ग्रामीणों को बता रहे हैं कि कोरोना का टीका अवश्य लें ताकि आनेवाले लहर से सुरक्षित रह सके।

 डीपीएम ने बताया कि जिले अब तक 1,77,679 लोगों को का प्रथम डोज टीका लगा है। टीकाकरण का दूसरा डोज मात्र 36,003 लोगों ने लिया है। दूसरा डोज लेने के मामले में लोग शिथिल पड़ गए हैं। टीका की कोई कमी नहीं है परंतु 45 से अधिक उम्र के ग्रामीण टिका लेने घर से बाहर नहीं निकल हैं। 10,831 स्वास्थ्यकर्मियों ने अब प्रथम डोज टीका लिया है। मात्र 7,825 स्वास्थ्यकर्मियों ने टीकाकरण दूसरा डोज लिया है। यानि कि बहुत सारे स्वास्थ्यकर्मियों ने टीकाकरण दूसरा डोज नहीं लिया है।


 7,448 फ्रंट लाइन वर्करों ने टीकाकरण का पहला डोज लिया है। मात्र 4,535 फ्रंट लाइन वर्करों ने टीकाकरण का दूसरा डोज लिया है। 45 से अधिक उम्र के 1,15,874 लोगों को टीका लगाया गया है। दूसरा डोज मात्र 23,645 लोगों को लगा है। 18 से अधिक उम्र के लोगोंके टीकाकरण में तेजी नहीं आ रही है। कभी वैक्सीन की कमी तो कभी नेट की धीमी रफ्तार से कार्य प्रभावित हो रहा है। डीपीएम ने बताया कि 18 से अधिक उम्र के 43,126 लोगों ने कोरोना टीका लगवाया है।

 जिले में टीकाकरण सभी प्रखंडों में रोजाना हो रही है जिले के ओबरा प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रखंड संसाधन केंद्र में टीकाकरण के लिए कैंप लगाया गया। बीडीओ राजू कुमार एवं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी चंद्रशेखर प्रसाद की पहल पर 18 वर्ष से ऊपर के शिक्षकों को टीका दिया गया। कैंप में प्रखंड के शिक्षकों को विद्यावर टीका लगवाया गया। बीआरपी ने शिक्षकों को प्रेरित करते हुए कहा कि सरकार के द्वारा उपलब्ध कराई गई यह टीका कोरोना संक्रमण के लिए काफी कारगर साबित हो रहा है। इसलिए शिक्षकों को जागरूक होने की जरूरत है। साथ ही अपने-अपने विद्यालयों के क्षेत्रों में लोगों को टीका लेने के लिए प्रेरित करने की अपील की। बीआरपी नंदकिशोर सिंह ने बताया कि इसके पूर्व भी 10 मई को विशेष प्रयास से 45 वर्ष से ऊपर के शिक्षकों के लिए टीकाकरण कैंप बीआरसी कार्यालय में लगा था।


कोविड वैक्सीन के संबंध में दुष्प्रचार एवं भ्रम की वजह से कम पढ़े लिखे ग्रामीण व अन्य लोगों में भय व्याप्त है। समाजसेवी संगठन व सरकारी पदाधिकारी ऐसे लोगों का भय एवं भ्रम को जागरूक कर तोड़ रहे हैं। कुटुंबा के बीडीओ चंद्रभूषण गुप्ता व पथ प्रदर्शक संस्था के सचिव बमेंद्र कुमार सिंह ने मंगलवार को प्रखंड के मुस्लिम समुदाय के गांव दसौंति में डोर टू डोर घूमकर लोगों को प्रेरित किया।


 लोगों को वैक्सीन के महत्व को समझाया गया तो मुस्लिम समुदाय के 23 महिला-पुरुषों ने टीका लिया। दसौति के साथ-साथ ढूंढा बिगहा पर जागरूकता के बाद 13 ग्रामीणों को टीका दिलाया गया। बीडीओ चंद्रभूषण गुप्ता ने कहा कि यदि कोरोना संक्रमण के प्रकोप से हमें बचना है तो कोविड का टीका सभी को लेना आवश्यक है। इस अवसर पर टीका एक्सप्रेस के चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी, जीविका की पदाधिकारी गण, डा. चंद्रकांत व डॉ. गंगा सोनी, आशा कार्यकर्ता सहित टीम पथ प्रदर्शक के अमित कुमार उपस्थित रहे। कौमी इत्तेहाद मोर्चा के लोगों ने भी सहयोग किया।

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