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प्रथम चरण के पंचायत चुनाव में कुछ मतदान केंद्रों पर छिटपुट घटनाओं के बीच मतदान हुआ, देर शाम तक 65 प्रतिशत हुआ मतदान

 

वोट देने के लिए लाइन में लगे लोग

औरंगाबाद प्रखंड की 15 पंचायतों के लिए शुक्रवार को 227 मतदान केंद्रों पर मतदान शुरू हुआ। इस दौरान नौगढ़ पंचायत के बिसैनी में मतदान केंद्र पर जमकर बवाल हुआ।

इस मतदान केंद्र पर ग्रामीणों ने पथराव कर दिया जिसके बाद पुलिस ने भी फायरिंग की। सात से आठ राउंड फायरिंग करने की बात कही जा रही है। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने केवल फायरिंग की पुष्टि की है। पुलिस ने बवाल करने के मामले में छह लोगों को हिरासत में किया है। जानकारी के अनुसार सुबह निर्धारित समय पर यहां मतदान शुरू हुआ था। कुछ समय के बाद स्थानीय मुखिया प्रत्याशी संध्या देवी के पति पंकज कुमार यादव मतदान केंद्र पर पहुंचे। किसी बात को लेकर यहां बहस हुई और मारपीट शुरू हो गई। ग्रामीणों ने भी यहां पथराव कर दिया। मतदान केंद्र पर मौजूद सुरक्षा बलों ने हवाई फायरिंग कर भीड़ को खदेड़ दिया। मामले की सूचना वरीय पुलिस पदाधिकारियों को दी गई। इसके बाद डीएम सौरभ जोरवाल, एसपी कांतेश कुमार मिश्र, सदर एसडीओ विजयंत, एसडीपीओ गौतम शरण ओमी, मुफस्सिल थानाध्यक्ष राजेश कुमार, गोह थानाध्यक्ष मो. शमीम सहित भारी संख्या में सुरक्षा बल पहुंचा। अधिकारियों के पहुंचने के बाद पूरे गांव में फ्लैग मार्च किया गया। कई वाहनों को चिन्हित करते हुए उन्हें जब्त करने का आदेश दिया गया।


पुलिस ने हवाई फायरिंग की थी :डीएम

डीएम ने बताया कि मतदान केंद्र पर हंगामा किया गया था जिसके बाद पुलिस ने हवाई फायरिंग की थी। कितनी राउंड फायरिंग की गई, इसके बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गयी। उन्होंने कहा कि मुखिया प्रत्याशी के पति पंकज यादव की इसमें भूमिका है। इस मामले में सेक्टर मजिस्ट्रेट के बयान पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ ही समय में स्थिति नियंत्रित कर दी गई और मतदान पूर्व की तरह शांतिपूर्ण तरीके से शुरु हो गया। कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। पूछताछ के बाद उन्हें जेल भेजा जाएगा।


वार्ड सदस्य प्रत्याशी सहित छह लोग हिरासत में

बिसैनी गांव में बवाल करने के मामले में वार्ड सदस्य प्रत्याशी सहित छह लोगों को हिरासत में लिया गया है।


हिरासत में लिए गए लोगों में बिसैनी गांव निवासी वार्ड सदस्य प्रत्याशी इस्तेखार शाह, पहरमा गांव निवासी अरुण पासवान, बिसैनी गांव निवासी मो. मुनाजिर, सुनील शर्मा, नगर थाना के आजाद नगर मुहल्ला निवासी टेंपो चालक मो. साहिल, झारखंड के हुसैनाबाद के सैदाबाद गांव निवासी सूरज कुमार शर्मा शामिल हैं। इन सभी पर बवाल करने का आरोप लगाया गया है। कुछ लोगों की पुलिस ने पिटाई भी की। हिरासत में लिए गए वार्ड सदस्य प्रत्याशी इस्तेखार शाह ने कहा कि वह केंद्र से थोड़ी दूरी पर थे और उन्हें बेवजह पुलिस ने पकड़ लिया। कई लोगों ने पुलिस को पिटाई करने का आरोप लगाया। मो. साहिल ने कहा कि वह सवारी लेकर औरंगाबाद से यहां आया था।

सूरज कुमार शर्मा ने कहा कि वह अपनी चाची को पहुंचाने आया था। मतदान को लेकर वह उन्हें लेकर आया था लेकिन पुलिस ने उन्हें घर से गिरफ्तार कर लिया। कई लोग हिरासत में लिए गए लोगों को छोड़ने की अपील भी कर रहे थे लेकिन पुलिस ने उनकी बात नहीं मानी 


सेक्टर मजिस्ट्रेट के भागने की रही चर्चा

मिली जानकारी के अनुसार बिसैनी में मतदान केंद्र पर हंगामा होने से पहले सेक्टर मजिस्ट्रेट के भाग जाने की भी चर्चा रही। अधिकारियों की टीम जब यहां पहुंची और छानबीन शुरू की गई तो पता चला कि सेक्टर मजिस्ट्रेट अपनी गाड़ी लेकर एक कर्मी के साथ यहां से चले गए थे। मुफस्सिल थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने फोन पर मजिस्ट्रेट से बात की और नाराजगी जाहिर की। डीएम के निर्देश पर तत्काल मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी के साथ बिसैनी मतदान केंद्र पर पहुंचे तो उनसे पूछताछ की गई। उन्होंने कहा कि उनकी ड्यूटी यहां नहीं थी।


बूथ पर खिलाने को लेकर पुलिस ने भांजी लाठी

मतदान के दिन हंगामा होने की संभावनाएं बनी रहती है एक और दूसरी जगह हंगामा हो गया मामला प्रखंड के उन्थू मतदान केंद्र पर शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ। यहां कुछ लोगों ने प्रत्याशी के द्वारा बिस्किट और बोतलबंद पानी देने की शिकायत वरीय अधिकारियों से की। इसको लेकर दो पक्ष आपस में भिड़ गए। सूचना मिलते ही पुलिस टीम यहां पहुंची और झगड़ा कर रहे लोगों को हल्का बल प्रयोग कर खदेड़ने का प्रयास किया। इसी बीच ग्रामीण उग्र हो गए और पुलिस पर पथराव कर दिया। यहां मौजूद पुलिस टीम ने भी लाठी भांजते हुए लोगों को खदेड़ दिया। इस मारपीट में स्थानीय ग्रामीण लूटन सिंह घायल हो गए जिसके बाद लोगों ने काफी हंगामा किया। एसडीओ विजयंत, एसडीपीओ गौतम शरण ओमी सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी यहां पहुंचे और लोगों को मतदान स्थल से हटाया। इस बीच मतदान की प्रक्रिया निर्बाध रूप से जारी रही। घायल व्यक्ति को इलाज के लिए अन्यत्र रेफर कर दिया गया है। ग्रामीणों ने पुलिस पर बेवजह मारपीट करने का आरोप लगाया है। पुलिसकर्मियों ने पथराव करने और हमला करने की बात कही है। इस संबंध में डीएम सौरभ जोरवाल ने बताया कि उक्त बूथ पर हंगामा करने की सूचना मिली थी जिसके बाद पुलिस टीम गई थी। एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। सभी लोगों को बांड भरवा कर छोड़ा जाएगा। बिसैनी में हुए हंगामे के मामले में पकड़े गए लोगों को जेल भेजा जाएगा।


देर शाम तक सदर प्रखंड में 65 प्रतिशत हुआ मतदान

वही औरंगाबाद सदर प्रखंड की 15 पंचायतों के लिए शुक्रवार को मतदान संपन्न हुआ। छिटपुट घटनाओं के बीच मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान प्रक्रिया संपन्न कराई गई।


 मिली जानकारी के अनुसार लगभग 65 प्रतिशत मतदान हुआ है। डीएम सौरभ जोरवाल ने बताया कि शाम 5:30 बजे के बाद तक मतदाताओं की कतार लगी हुई थी।  उन्होंने कहा कि लगभग 65 प्रतिशत मतदान हुआ है।


डीएम ने बताया कि विभिन्न बूथों पर हंगामे के दौरान कुल नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें से कई लोगों को बांड पर छोड़ा जाएगा। डीएम ने बताया कि किसी भी बूथ पर पुर्नमतदान की गुंजाइश नहीं है। सभी जगहों पर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हुआ है। रविवार को काउंटिंग कराई जाएगी।


वही कई जगह ईवीएम की खराबी से हुई परेशानी।  सदर प्रखंड अंतर्गत पहली बार ईवीएम से मतदान संपन्न कराए गए। मतदान शुरू होते ही कई जगहों पर ईवीएम में खराबी भी आई। 52 कंट्रोल यूनिट और 14 बैलेट यूनिट को बदला गया है। ईवीएम खराब होने के बाद थोड़ी देर के लिए मतदान प्रभावित हुआ। बाद में इसे दुरुस्त कर लिया गया। कुछ जगहों पर बायोमेट्रिक मशीन के खराब होने से भी थोड़ी दिक्कत हुई। अधिकारियों के निर्देश पर टीम पहुंची और मशीन को ठीक किया गया। इस संबंध में एडीएम आशीष कुमार सिन्हा ने कहा कि निर्धारित समय पर मतदान शुरू हो गया था। कुछ जगहों पर दिक्कतें आई हैं जिन्हें दूर कर मतदान जारी रखा गया।


अधिकारियों ने किया मतदान केंद्रों का निरीक्षण 

 जिले में कुल 227 बूथ बनाए गए थे। इन बूथों का निरीक्षण शुक्रवार को अधिकारियों ने किया। डीएम सौरभ जोरवाल, एसपी कांतेश कुमार मिश्र, एसडीओ विजयंत, एसडीपीओ गौतम शरण ओमी, मुफस्सिल थानाध्यक्ष राजेश कुमार, सीओ अंशु कुमार सिंह, बीडीओ नवीन शर्मा सहित अन्य अधिकारियों ने बूथों का निरीक्षण करते हुए विधि व्यवस्था की जानकारी ली। कई मतदान केंद्रों पर बेवजह भीड़ लगाए हुए लोगों को खदेड़ा भी गया। अधिकारियों ने पारदर्शीपूर्ण तरीके से मतदान होने की बात कही। बताया गया कि जहां 126432 मतदाताओं को मतदान करना था। इसमें 66953 पुरुष मतदाता जबकि 59478 महिला मतदाता हैं। एक थर्ड जेंडर भी है। 10 सहायक मतदान केंद्र बनाए गए थे जबकि दो चलंत बूथ बनाए गए थे। 125 पेट्रोलिंग पार्टी को इसकी देख-रेख का जिम्मा दिया गया था जबकि 60 सेक्टर मजिस्ट्रेट की भी तैनाती की गई थी।

मतदान में बाधा नहीं बन सकी उम्र और बीमारी

प्रथम चरण में औरंगाबाद सदर प्रखंड की 15 पंचायतों के लिए शुक्रवार को मतदान संपन्न हुआ। इस दौरान उम्रदराज और बीमार लोग भी उत्साह के साथ मतदान करने पहुंचे। परिजन उनकी सहायता में जुटे रहे। सदर प्रखंड के ओरा पंचायत के ओरा मतदान केंद्र पर 90 साल की कबूतरी देवी परिजनों के साथ वोट देने पहुंची। वोट देने के बाद उनकी तबीयत थोड़ी खराब भी हो गयी। बाद में परिजन उन्हें घर लेकर चले गए। बिसैनी गांव में 85 साल के मो. कयूम अंसारी वोट देने जा रहे थे। शारीरिक रूप से परेशानी होने के बावजूद वे वैशाखी लेकर जा रहे थे। इसमें स्थानीय व्यक्ति के द्वारा सहयोग किया जा रहा था। मो. कयूम अंसारी ने कहा कि वे अपना मत जरूर देंगे। खैरा बिंद पंचायत के बाबूराम दिव्यांग होने के बावजूद मंजूराही में मत देने पहुंचे। उनकी पत्नी राधिका देवी उन्हें सहारा दे रही थीं। एक हाथ में लाठी लेकर बाबू राम मतदान केंद्र पर उत्साह के साथ पहुंचे।

मतदान केन्द्र पर कायम रहा तनाव और पड़ते रहे वोट

सुबह के नौ बज रहे थे और धूप को बर्दाश्त करना थोड़ा मुश्किल हो रहा था। केंद्र पर शोरगुल जारी थी और पुलिसकर्मी लोगों को कतारबद्ध करने का निष्फल प्रयास कर चुके थे। कंपार्टमेंट से पी पी... की आवाज लगातार आ रही थी। दो पदों को छोड़कर शेष के लिए ईवीएम से ही मतदान होना था। केंद्र के बाहर पुलिसकर्मी निश्चिंत होकर बैठे हुए थे। इस बीच एक मुखिया प्रत्याशी सुजीत सिंह वोटिंग में गड़बड़ी का आरोप लगाए थे। स्थानीय पुलिसकर्मी इसे खारिज करते हैं लेकिन तब तक मामला कंट्रोल रूम तक पहुंच गया था। अधिकारियों की गाड़ी सायरन बजाते हुए यहाँ पहुँची और छानबीन शुरू हो गई


पंचायत चुनाव में जो पुख्ता तैयारी जिला प्रशासन ने की थी उसकी झलक शुक्रवार को मतदान के दौरान दिखी। इसी पंचायत के राजकीय मध्य विद्यालय मंजूराही मतदान केंद्र संख्या 23 और 25 पर सुबह 9:25 बजे लोगों की कतार लगी हुई थी। कुछ लोग तनाव में थे और बूथ पर किसी तरह की गड़बड़ी होने पर कुछ भी कर गुजरने का दावा कर रहे थे।


यहां मौजूद सुरक्षाकर्मी लोगों को समझाने में जुटे हुए थे इन सबके बीच मतदान जारी थी। मतदान केंद्र के बाहर भी लोग खड़े थे और वोट देने के लिए जाने वाले लोगों से अपील भी करते दिख जाते  पुलिसकर्मी और चुनाव कर्मी किसी तरह मतदान को संपन्न कराने में जुटे हुए थे। ओरा मतदान केंद्र संख्या 176, 178 और 179 पर 12:10 बजे मतदाताओं की भारी भीड़ थी। इसमें बुजुर्ग मतदाता से लेकर युवक तक शामिल थे। बुजुर्ग घर के बच्चों का सहारा लेकर पहुंचे और मतदान के बाद हाथ पकड़े हुए केंद्र से बाहर निकल रहे थे।


यहां मौजूद सिमरा थाना के एएसआई बताते हैं कि उनकी ड्यूटी यहां लगाई गई है और स्पष्ट कहा गया है कि किसी बाहरी व्यक्ति को प्रवेश नहीं करने दिया जाए। वे पूरी मुस्तैदी से यहां तैनात थे। यहां भी मतदान केंद्र के बाहर सैकड़ों लोग जमा थे और अन्य केंद्रों की तरह यहां भी मतदाताओं को अपने पक्ष में वोट देने की सलाह देते दिख जा रहे थे।

 "पते ना चलई थई कि कैसे ईवीएम के बटनवा दबतई"

प्रथम चरण में औरंगाबाद प्रखंड में ईवीएम से मतदान कराया जा रहा था। पंच और सरपंच पद के लिए बैलेट पेपर से मतदान किया जा रहा था जबकि शेष मुखिया, पंचायत समिति, वार्ड सदस्य और जिला परिषद की वोटिंग के लिए ईवीएम लगाई गई थी। सभी 217 केंद्रों पर ईवीएम लगाई गई लेकिन इस दौरान कई तरह की दिक्कतें हुई। जो महिला पुरुष निरक्षर थे, उन्हें मतदान में ज्यादा दिक्कत हुई। ऐसे मतदाता मिले जिन्हें मत देने के तरीके की जानकारी ही नहीं थी। भरथौली गांव में बने बूथ पर मतदान करने पहुंची एक बुजुर्ग महिला ने कहा कि पहली बार इस चुनाव में ईवीएम से वोट देने वे लोग जा रहे हैं। कुल पदों की संख्या के बारे में पूछने पर कई लोग अनभिज्ञ दिखे। इधर खैरा, खैरी गांव के समीप बने मतदान केंद्र पर महिला चंद्रकली देवी ने कहा कि पते ना चलई थई कि कैसे बटनवा दबतई । उसने कहा कि वह परिजन के साथ वोट देने आई है। वही बताएंगे कि वोट कैसे देना है। बिसैनी गांव में वोट देने पहुंची एक महिला निर्मला देवी ने भी ऐसी ही समस्या बताई। उसने भी कहा कि इस तरह से उसने कभी मतदान नहीं किया है। पूर्व के विधानसभा और लोकसभा चुनाव में एक बार बटन दबाना पड़ता था लेकिन यहां चार बार चार जगहों पर बटन दबाने के बारे में बताया गया है। वह प्रयास करेगी कि वोट सही तरीके से दे दिया जाए।


दो बैलट पेपर भी मिलने की बात कही गई है। इसी बूथ पर वोट देकर बाहर निकले रियाज ने कहा कि उसे कोई दिक्कत नहीं हुई। ईवीएम से उसने पहले भी मतदान किया था। अलग-अलग कंपार्टमेंट बनाने की वजह से ज्यादा परेशानी नहीं हुई। हालांकि कुछ अन्य बूथों पर लोगों को दिक्कत हो रही थी। परिजन और पढ़े-लिखे लोग उन्हें जानकारी देने में जुटे हुए थे। कई जगहों पर तो छोटे बच्चे कंपार्टमेंट में पहुंचकर वोट दिलाते दिखे।

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