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पंचायत चुनाव में परिवर्तन की बही बयार, ज्यादातर मुखिया नये चुने गए,पंचायतों के मुखिया पद का चुनाव परिणाम जारी

मुखिया पद से जीते हुए उम्मीदवार

 सदर प्रखंड की 15 पंचायतों की मतगणना औरंगाबाद के किशोरी सिन्हा महिला महाविद्यालय में सुबह आठ बजे से शुरू हुई। करीब नौ बजे ईवीएम खोला गया और सबसे पहला परिणाम पड़रावा पंचायत का जारी हुआ। इस बीच करीब एक घंटे का समय भी बीत गया।


शुरुआत में गति धीमी रही लेकिन धीरे-धीरे इसकी गति बढ़ती चली गई। सभी 15 पंचायतों के मुखिया का चुनाव परिणाम रात करीब 7:30 बजे जारी कर दिया गया। इसके अलावा सभी वार्ड सदस्यों के चुनाव परिणाम भी जारी हो गए। पंचायत समिति की काउंटिंग थोड़ी धीमी गति से चल रही थी। जिला परिषद सदस्य की काउंटिंग भी हो गई और अंतिम परिणाम घोषित नहीं किए गए। 15 पंचायतों के मुखिया का चुनाव परिणाम जारी करते हुए ज्यादातर लोगों को प्रमाण पत्र सौंप दिया गया। काउंटिंग को लेकर यहां पर कई अधिकारी मौजूद रहे।


परिणामों की घोषणा होने के साथ ही एक खेमे में जश्न का माहौल रहा वहीं दूसरे खेमे में सन्नाटा पसर गया। हारने वाले प्रत्याशी चुपचाप अपने समर्थकों के साथ निकल गए।


जांच के बाद ही अंदर जाने की मिली अनुमति 

मतगणना परिसर में जाने से पहले लोगों को जांच से गुजरना पड़ा। बिना जांच के अंदर प्रवेश करने पर रोक लगी हुई थी।


मुख्य गेट पर ही मेटल डिटेक्टर लेकर जांच की जा रही थी। इसके अलावा बैरियर के समीप भी लोगों के पहचान पत्र आदि को देखने के बाद ही जरूरत के हिसाब से अंदर जाने दिया जा रहा था। परिसर में भी मतगणना समाप्त होने के बाद संबंधित पंचायत के प्रत्याशियों और उनके समर्थकों को बाहर जाने का निर्देश दिया जाता रहा। भीड़-भाड़ से बचने के लिए यह कदम उठाया जा रहा था।


भारी बारिश की वजह से मतगणना हुई बाधित

औरंगाबाद के किशोरी सिन्हा महिला कॉलेज में रविवार को तेज हवा के साथ बारिश आने के कारण मतगणना प्रभावित हुई। दोपहर में अचानक तेज हवा के साथ ही भारी बारिश शुरू हो गई, जिसके कारण काफी परेशानी हुई। काउंटिंग हॉल के बाहर बने पंडाल में अफरा-तफरी मच गई। यहां मौजूद अधिकारी और कर्मचारी भाग खड़े हुए। कर्मी यहां से लैपटॉप, प्रिंटर, टीवी सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण उठाकर भागने लगे।


बारिश इतनी ज्यादा हुई कि पंडाल के दोनों सिरे पर पानी घुसने लगा और पंडाल का काफी हिस्सा उड़ गया। इसके साथ ही कुछ अन्य सामानों को भी नुकसान हुआ। जगह-जगह जो पंखे लगाए गए थे, उसे खोलने में मजदूर जुट गए। तूफान के साथ बारिश अचानक शुरू हुई जिसके कारण किसी को संभलने का मौका तक नहीं मिला। अधिकारी काउंटिंग हॉल वाले भवन में घुसे तो पीछे से प्रत्याशियों के समर्थक और अन्य कर्मी भी वहीं जाकर छुप गए। करीब आधे घंटे तक यहां अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही। लोगों के बैठने के लिए जो जगह चिन्हित की गई थी, उसके बगल में पंडाल का हिस्सा ध्वस्त हो गया। इसके साथ ही जहां अधिकारियों के बैठने की जगह बनाई गई थी, वहां भी पानी घुस गया और सोफे भींग कर खराब हो गए।


जिस समय बारिश के साथ तूफान आया, उस समय पर परसडीह पंचायत की मतगणना शुरू हुई थी। कुछ समय के लिए मतगणना रोकी गई और बाद में इसे सुचारु रुप से शुरू कर दिया गया। यहां मजदूर और ठेकेदार व्यवस्था को दुरुस्त करने में जुट गए। हालांकि कई सुविधाओं को बंद कर उसे दूसरे भवन में शिफ्ट करना पड़ा।

बारिश की वजह से कॉलेज परिसर में भरा पानी

भारी बारिश की वजह से किशोरी सिन्हा महिला कॉलेज परिसर में पानी भर गया। यहां पूरे परिसर में पानी फैल गया जिससे लोगों को काफी दिक्कत हुई। इसके अलावा कॉलेज के बाहर खड़े लोग इस बात से परेशान रहे। लोग जहां-तहां छिपकर बारिश से बचते रहे। इसी दौरान मंझार पंचायत की काउंटिंग शुरू हुई तो प्रत्याशी और समर्थक भागे-भागे बारिश के दौरान ही परिसर में घुसने लगे। कई लोग बारिश से भींगे भी लेकिन उत्साह कम नहीं हुआ।

काउंटिंग परिसर तक रही भीड़, पुलिस बल तैनात

किशोरी सिन्हा महिला कॉलेज में रविवार को काउंटिंग शुरू हुई और इस दौरान हजारों लोगों की भीड़ जुट गई। सुबह से ही लोग यहां पहुंचने लगे थे। दानी बीघा स्थित सत्येंद्र नारायण सिन्हा पार्क से लेकर किशोरी सिन्हा महिला कॉलेज तक हजारों लोग जमे रहे। बीच में दो जगहों पर बैरियर बनाया गया था। पार्क के समीप बैरियर बना कर वाहन को आगे जाने से रोक दिया गया था। इसके अलावा कॉलेज के समीप भी बैरियर बनाया गया था। गाड़ियां इस रास्ते से तो नहीं गई लेकिन दूसरे रास्तों से गाड़ियां यहां पहुंचने लगी। कॉलेज परिसर के आस-पास सैकड़ों गाड़ियां जमा हो गई और हजारों लोग पहुंच गए। प्रत्याशियों की जीत की खबर बाहर आते ही समर्थक उत्साहित हो गए और जमकर नारेबाजी हुई। भीड़ इतनी ज्यादा हो गई कि वाहनों का बाहर निकलना भी मुश्किल हो रहा था। पुलिसकर्मी किसी तरह लोगों को समझा-बुझाकर सड़क से हटाने में जुटे रहे।

जिले में पंचायत चुनाव में परिवर्तन की बही बयार, ज्यादातर मुखिया चुनाव हार गए

पंचायत चुनाव में इस बार परिवर्तन की बयार बही और ज्यादातर मुखिया चुनाव हार गए। कुछ ही पंचायतों में मुखिया दुबारा जीत दर्ज करने में सफल रहे।

इसकी शुरुआत पड़रावां पंचायत से ही हो गई। सबसे पहले इसी पंचायत की मतगणना शुरू हुई थी। यहां से अनिल पासवान जीत दर्ज करने में सफल रहे। मुखिया रहे गुलशन कुमार 253 मतों से हार गए। खैरा बिंद पंचायत से सुजीत कुमार सिंह ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज करने में सफलता हासिल की। यहां से पूर्व में भी उपविजेता रहे संतोष कुमार सिंह एक बार फिर हार गए और उन्हें दूसरे नंबर से संतोष करना पड़ा। कर्मा भगवान पंचायत में भी बदलाव हुआ। यहां वीरेंद्र पासवान जीत दर्ज करने में सफल रहे। फेसर पंचायत से मुखिया रही चंचला कुमारी तीसरे नंबर पर चली गईं। यहां से नई उम्मीदवार मीना देवी ने जीत दर्ज की। दूसरे नंबर पर नीलम कुमारी रहीं। जनता ने मुखिया को सिरे से खारिज कर दिया। कुरम्हा पंचायत से सुरंजय कुमार शर्मा ने जीत दर्ज की। पोखराहा पंचायत से अंजू कुमारी जीत दर्ज करने में सफल रहीं। और मुखिया बदल गए। इब्राहिमपुर पंचायत से मुखिया बालमुकुंद यादव बुरी तरह चुनाव हारे। बृजमोहन कुमार सिंह ने उन्हें रिकॉर्ड 1896 मतों से पराजित किया। परसडीह पंचायत में मुखिया उषा देवी चौथी बार जीत दर्ज करने में सफल रहीं। शुरू से ही उनके जीतने की प्रबल संभावना जताई गई थी। नौगढ़ पंचायत से कई लोगों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई थी। यहां से मुखिया रहीं कंचन देवी इसी पंचायत से सरपंच का चुनाव लड़ रही थी। नए प्रत्याशी के रूप में पंकज यादव की पत्नी संध्या देवी चुनाव लड़ी और वह जीत दर्ज करने में सफल रहीं। उन्होंने लाली देवी को 1394 मतों से हरा दिया। इस पंचायत से पूर्व मुखिया अंजनी सिंह और जदयू नेता धर्मेंद्र कुमार सिंह उर्फ गुड्डू सिंह की पत्नी भी चुनाव मैदान में थीं, जो तीसरे स्थान पर रहीं। मंझार से राजद नेता मो. अलाउद्दीन की पत्नी नूरजहां चुनाव हार गई। वह तीसरे स्थान पर रहीं। नई प्रत्याशी उर्मिला देवी ने यहां जीत दर्ज की। उन्होंने 232 मतों के अंतर से चुनाव जीता। बेला पंचायत में भी बदलाव हुआ और कमलेश कुमार उर्फ मछलिया बाबा की पत्नी चंचला देवी चुनाव जीतने में सफल रहीं। यहां से सुनैना देवी उपविजेता रहीं। पूर्व के लोगों को मतदाताओं ने नकार दिया। पोइवां पंचायत में भी बदलाव हुआ। यहां के मुखिया रहे रंजन कुमार उर्फ बाबू 945 मतों से चुनाव हार गए। यहां से नए प्रत्याशी शिवकुमार चंद्रवंशी ने जीत दर्ज की। जम्होर पंचायत से मुखिया सुरेन्द्र गुप्ता चुनाव हार गए। कांग्रेस सदर प्रखंड अध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह उर्फ लुटूर की पत्नी पूर्व मुखिया अलावती देवी ने 620 वोटों से जीत दर्ज की। जिला परिषद में कई प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा दांव पर थी। अनिल कुमार यादव लगातार दूसरी बार क्षेत्र संख्या-18 से जीत दर्ज करने में सफल रहे। क्षेत्र संख्या-12 से नासरीन निशा दूसरी बार जीत दर्ज करने में सफल रहीं। दोनों ने अपने प्रतिद्वंदी को काफी मतों के अंतर से पराजित किया।

तीन पंचायतों के मुखियों को दूसरी बार मौका, शेष हारे

औरंगाबाद प्रखंड की 15 पंचायतों में से तीन पंचायतों के मुखिया ही दूसरी बार जीत दर्ज कर सके। शेष को हार का सामना करना पड़ा। देर शाम तक मिली जानकारी के अनुसार जीते हुए प्रतयाशियों को प्रमाण पत्र सौंप दिया गया था। सदर प्रखंड की पडरावां पंचायत से मुखिया पद पर अनिल पासवान जीते।

उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी गुलशन कुमार को 253 मतों से हराया। अनिल पासवान को 1395 और गुलशन कुमार को 1142 मत मिले। खैरा बिंद पंचायत से मुखिया पद पर सुजीत कुमार सिंह ने दूसरी बार जीत दर्ज की। सुजीत कुमार सिंह को 2116 और संतोष कुमार सिंह को 1895 मत मिले। 221 मतों से जीत दर्ज की। यहां तीसरे नंबर पर मंजीत सिंह रहे जिन्हें 1410 मत मिले। सचिन कुमार सिंह को 451 मत मिले। कर्मा भगवान पंचायत से मुखिया पद के प्रत्याशी वीरेंद्र पासवान ने वीरेंद्र राम को हरा दिया। वीरेंद्र पासवान को 2479 और वीरेंद्र राम को 2038 मत मिले। वीरेंद्र पासवान ने 441 मतों से जीत दर्ज की। फेसर पंचायत से मीना देवी ने मुखिया चंचला कुमारी को हराया। मीना देवी को 2967 मत मिले जबकि दूसरे नंबर पर नीलम कुमारी रहीं जिन्हें 1443 मत मिले। मीना देवी ने 1524 मतों से जीत दर्ज की। तीसरे नंबर पर मुखिया चंचला कुमारी रहीं जिन्हें 1230 मत मिले। अनीता देवी को 446 और मणि देवी को 192 मत मिले। कुरम्हा पंचायत से मुखिया पद पर सुरंजय कुमार शर्मा ने जीत दर्ज की। उन्हें 1960 मत मिले। दूसरे नंबर पर हुस्ने आलम रहे जिन्हें 1481 मत मिले। सुरंजय शर्मा ने 479 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। राजेश कुमार को 1167, जुबैर आलम को 717, योगेंद्र चौधरी को 425, विनोद चौधरी को 301 और कपिल कुमार शर्मा को 162 मत मिले। पोखराहा पंचायत से अंजू कुमारी ने जीत दर्ज की। उन्हें 1143 मत मिले। दूसरे नंबर पर गुड़िया कुमारी रहीं जिन्हें 990 मत मिले। अंजू कुमारी ने गुड़िया कुमारी को 153 मतों से पराजित किया। तीसरे नंबर पर मुन्ना देवी रहीं जिन्हें 866 मत मिले। सुप्रिया देवी को 686, बेबी देवी को 509, प्रमिला देवी को 475, किरण देवी को 69, गीता देवी को 512, बालमती देवी को 73, मालती देवी को 245, रजांति देवी को 75, संगीता कुमारी को 62 मत मिले। इब्राहिमपुर पंचायत से मुखिया पद पर बृजमोहन कुमार सिंह जीते। उन्हें 3601 मत मिले जबकि दूसरे नंबर पर रहे मुखिया बालमुकुंद यादव को 1705 मत मिले। बृजमोहन कुमार सिंह ने 1896 मतों से जीत दर्ज की। तीसरे नंबर पर रहे पूर्व मुखिया रमेश कुमार सिंह को 1505 मत मिले। सदर प्रखंड की परसडीह पंचायत से उषा देवी चौथी बार मुखिया बनीं। उनके परिवार के लोग पिछले कई सालों से लगातार यहां मुखिया के रूप में निर्वाचित हो रहे हैं। उषा देवी को 3285 मत मिले और उन्होंने 1034 मतों से जीत दर्ज की। दूसरे नंबर पर गोविंद पासवान रहे जिन्हें 2251 मत मिले जबकि राजकुमार को 322 मत मिले। नौगढ़ पंचायत से पंकज यादव की पत्नी संध्या देवी ने जीत दर्ज की। पंकज यादव की पत्नी संध्या देवी को 2690 मत मिले। दूसरे नंबर पर लाली देवी रहीं जिन्हें 1296 मत मिले। संध्या देवी ने 1394 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। किरण देवी को 288 और प्रियंका कुमारी को 731 मत मिले। मंझार पंचायत से उर्मिला देवी ने जीत दर्ज की। उन्हें 2075 मत मिले जबकि दूसरे नंबर पर नसरीन परवीन रहीं जिन्हें 1843 मत मिले। उर्मिला देवी ने नसरीन को 232 मतों से पराजित किया। वर्तमान मुखिया नूरजहां को 1714 मत मिले और वह तीसरे नंबर पर रहीं। उनके पति मो. अलाउद्दीन वर्तमान में राजद में हैं। बेला पंचायत से कमलेश कुमार उर्फ मछलिया बाबा की पत्नी चंचला देवी ने जीत दर्ज की। चंचला देवी को 1842 मत मिले जबकि दूसरे नंबर पर सुनैना देवी रहीं जिन्हें 1319 मत प्राप्त हुए। हेमलता मौर्या को 720, अनु कुमारी को 678, आरती कुमारी को 257, किरण कुमारी को 802, पूजा देवी को 319, रिंकू कुमारी को 583 और सुनीता देवी को 740 मत प्राप्त हुए। ओरा पंचायत से अनीता देवी ने जीत दर्ज की। अनीता देवी को 1668 मत मिले जबकि दूसरे नंबर पर सविता देवी रहीं जिन्हें 1510 मत प्राप्त हुए। रीता देवी को 428, चिंता देवी को 420, फुलमनी देवी को 667, सुनीता देवी को 92, सोनामति देवी को 697 मत मिले। पोइवां पंचायत से शिव कुमार सिंह चंद्रवंशी ने जीत दर्ज की। उन्हें 2521 मत प्राप्त हुए।


रंजन कुमार उर्फ बाबू को 1576 मत मिले। अजय प्रजापति को 327, उमेश साव को 616, निरंजन कुमार को 624, रामचंद्र प्रजापति को 210 मत मिले।खैरा मिर्जा पंचायत से मुखिया केदार रजक ने जीत दर्ज की। केदार रजक को 1397 मत मिले। वहीं दूसरे नंबर पर रहे उदय रजक को 1203 मत प्राप्त हुए। पंकज कुमार को 294, मनोज पासवान को 460, मिथिलेश राम को 574, रामाशीष पासवान को 742 और वीरेंद्र कुमार को 506 मत मिले। जम्होर पंचायत से कांग्रेस के सदर प्रखंड अध्यक्ष प्रदीप सिंह उर्फ लुटूर सिंह की पत्नी अलावती देवी ने जीत दर्ज की। मुखिया सुरेंद्र प्रसाद तीसरे नंबर पर चले गए। यहां से विनोद मेहता चुनाव लड़ रहे थे जिन्हें 841 मत प्राप्त हुए और वे दूसरे नंबर पर रहे। अजीत कुमार सिंह को 639 व संजय प्रसाद को 475 मत मिले।

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