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प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियां बिहार के युवक कर रहे हैं जोर शोर से, आने वाली है बहाली

नौकरी की तैयारियां

 खुद के हाथों खुद की सफलता गढ़ने का काम जिले के नौजवान कर रहे हैं. बगैर किसी मदद व सहयोग के सैकड़ों युवकयुवतियां प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी के लिए एक जगह इकट्ठा होते हैं. रेलवे स्टेशन परिसर, कन्हाई इंटर स्कूल का खेल मैदान, हरिश्चंद्र स्टेडियम और ना जाने कितने छोटे-बड़े सार्वजनिक स्थल इन बेरोजगार युवक-युवतियों के संघर्ष की दास्तान तैयार कर रहे हैं. क्विज के रूप में बेरोजगार विद्यार्थियों के लिए एक प्लेटफॉर्म मिल रहा है जहां वे अन्य विद्यार्थियों से खुद की तुलना करके करके अपनी स्थिति का आकलन कर पाते हैं. सीनियर व जूनियर हर प्रकार के विद्यार्थी अपनी जरूरत के अनुसार क्विज में शामिल होकर प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करते हैं. बैंकिंग, एसएससी, रेलवे, डिफेंस आदि की परीक्षाओं में सफलता के लिए यह क्विज काफी कारगर है.

कन्हाई इंटर स्कूल में चल रही 50 से 60 क्विज समितियां

हर दिन कठिन होती जा रही प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी के लिए क्विज एक अच्छा माध्यम है. जिला मुख्यालय के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले युवक खुद को अप-टू-डेट रखने के लिए क्विज से जुड़ना पसंद करते हैं. सार्वजनिक स्थानों पर तैयारी करने वाले लड़कों को आसानी से एक डेढ़ घंटे के लिए जगह मिल जाता है. जमीन पर खुले आसमान के नीचे बैठ कर  इनकी क्लास शुरू हो जाती है. सामान्य दिनों में केवल कन्हाई इंटर स्कूल में 50 से 60 क्विज समितियां संचालित होती है इसमें 10 से लेकर 60 विद्यार्थियों तक के ग्रुप शामिल हैं.


वही क्विज करने वाले ग्रुप में जुटे मेधावी विद्यार्थियों की टोली आपको सहज ही मिल जाते हैं. इसमें सभी उम्र के जरूरत के अनुसार टोलियों में बंटे दिखते हैं. कई के पास दर्जनों परीक्षाओं में शामिल होने का अवसर होता है, तो कुछ पहली बार परीक्षा में शामिल होने की तैयारी करते हैं. आपस में खुद ही टीचर व स्टूडेंट बन कर जो सीख मिलती है. वह शायद किसी बडे क्लासरूम में भी मिलना संभव नहीं है. हाल में बीपीएससी, रेलवे ग्रुप डी आदि परीक्षाओं में क्विज से सफल होने वाले विद्यार्थियों की बड़ी संख्या है. सुशील कुमार, सुबीन कुमार आदि इन्हीं सफल होने वाले युवाओं में शामिल है जिन्हें नौकरी पाने में सफलता मिली है.

दारोगा में पीटी निकालने वाले विद्यार्थी अलग से कर रहे तैयारी

कन्हाई इंटर स्कूल के खुले मैदान में सुबह छह बजे से दारोगा की परीक्षा में पीटी निकालने वाले अभ्यर्थी जुटते हैं. इसमें कई पुराने अभ्यर्थी भी हैं, जिन्होंने मेंस को पिछले बार फेस किया था. नये पुराने लगभग 70 अभ्यर्थी स्कूल कैंपस के मैदान में मेंस परीक्षा के लिए अपने आप तैयारी कर रहे हैं. विद्यार्थियों के बीच में से ही प्रत्येक दिन के लिए ट्यूब मास्टर बन कर सेट के अनुसार प्रश्न पत्र उपलब्ध कराते हैं, जिन्हें आपस में सब लोग मिल कर हल करते हैं. इससे आपस के क्वालिटी जानने के साथ ही प्रतियोगिता परीक्षा के लिए प्रश्नों को समझने में भी आसानी होती है. इसके अलावा आपस में दारोगा मेंस परीक्षा से संबंधित प्रश्नों के बारे लेटेस्ट इंफॉर्मेशन भी प्राप्त हो जाता है.


 दारोगा मेंस की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों ने कहा कि प्रत्येक दिन उपलब्ध कराये जाने वाले सेट में 15 प्रश्न मैथ्स, 10 प्रश्न रिजनिंग, पांच प्रश्न बायोलॉजी, पांच प्रश्न केमिस्ट्री, पांच प्रश्न फिजिक्स, 10 प्रश्न करेंट अफेयर्स, 15 प्रश्न हिस्ट्री से जिसमें प्राचीन भारत, मध्यकालीन भारत और आधुनिक भारत से जुड़े पांच पांच प्रश्न होते हैं. भूगोल से 15 प्रश्न जिसमें विश्व भूगोल के तीन प्रश्न व भारत के भूगोल से संबंधित 12 प्रश्न होते हैं.नागरिक शास्त्र (सिविक्स) और इकोनॉमिक्स से 15 नंबर के प्रश्न रहते हैं. इसमें सिविक्स से 12 नंबर तथा इकोनॉमिक से तीन नंबर के प्रश्न, विविध क्षेत्र से तीन प्रश्न तथा पर्यावरणीय पारिस्थितिकी से दो प्रश्न पूछे जाते हैं. इस प्रकार से प्रत्येक दिन टेस्ट के लिए प्रश्न तैयार किये जाते हैं, जिसमें विद्यार्थी अपनी क्षमता का आकलन प्रत्येक दिन कर पाते हैं.

इसके अलावा अभियर्थियों ने कहा कि समाने आने वाली प्रतियोगिता परीक्षा की जरूरत के अनुसार से क्विज में प्रश्नों के पैटर्न बदलते रहते हैं. बैंकिंग, रेलवे, एएसआई, डिफेंस आदि अलग-अलग वैकेंसियों के समय उसके सिलेबस के अनुसार प्रश्नों के प्रकार में बदलाव होता है. क्विज करने वाले विद्यार्थी भी अपनी जरूरत के अनुसार अलग-अलग तरह से करेंट अफेयर्स, साइंस, आर्ट्स, जीएस आदि से जुड़े प्रश्नों को क्विज में पूछते हैं. क्विज के बहाने ही दो से पांच सौ प्रश्नों का प्रतिदिन सामना सभी विद्यार्थियों का हो जाता है. परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों के अनुसार प्रश्नों के तेवर भी क्विज में बदल जाते हैं.

क्या कहते हैं विद्यार्थी

(1) परीक्षा की तैयारी में क्विज बहुत ही सहायक है.फॉर्म भरने से परीक्षा सेंटर तक पहुंचने के लिए क्विज के साथियों का सहयोग मिलता है.हम लोग दारोगा मेंस की तैयारी के लिए जुट रहे हैं. इसमें कुछ ऐसे भी साथी हैं, जो पिछली बार मेंस और फिजिकल टेस्ट की परीक्षा में शामिल हो चुके हैं. ~ चंदन कुमार छात्र

(2) प्रतियोगिता परीक्षा के लिए क्विज का बहुत ही लाभदायक है. क्विज सेल्फ स्टडी को बढ़ावा देने के साथ खुद का आकलन करने का मौका देता है.प्रतिदिन बनाये गये सेट के प्रश्नों का कितना जवाब दे पाते हैं यह हमें खुद को जांचने का मौका देता है.करेंट की जानकारी मिलती रहती है.~ ब्रजेश कुमार छात्र

(3) क्विज हमलोगों को एक साथ जोड़ रहा है.खुले आसमान के नीचे जमीन पर बैठ कर पढ़ने का अपना मजा है.संघर्ष के यह दिन हमारे लिए अमुल्य बन जाते हैं. दूसरे साथियों की सफलता से आगे बढ़ने की हिम्मत भी मिलती है. निश्चित ही हमलोगों के लिए खुद की तैयारी कारगर साबित होती है. ~ रंजीत कुमार,छात्र

(4) प्रतियोगिता परीक्षाओं की हर गतिविधि की जानकारी हमें पहले से हो जाती है. सीनियर भैया लोगों का भी काफी सहयोग मिलता है. उनलोगों से परीक्षा की तैयारी के आसान टिप्स मिल जाते हैं.एक साथ होने से परीक्षा के लिए जाने में भी परेशानी नहीं होती है. बिहार एसएससी के रिजल्ट का भी इंतजार है. ~ आशुतोष कुमार,छात्र

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