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कदाचार मुक्त परीक्षा संचालन के लिए अधिकारियों को हिदायत, गड़बड़ी होने पर अधिकारी नपेंगे

 

परीक्षा केंद्र
इंटरमीडिएट परीक्षा को कदाचार मुक्त व शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को सही ढंग से निर्वहन करें. उक्त बातें डीएम डीएम यशपाल मीणा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कही गयी. टाउन हॉल में हुए ब्रिफिंग में इंटरमीडिएट परीक्षा के सफल आयोजन पर विशेष चर्चा की गयी. 1 से 14 फरवरी तक होने वाली परीक्षा के बारे में डीएम यशपाल मीणा ने कहा कि परीक्षा शैक्षणिक वातावरण में हो, स्वच्छ व कदाचार मुक्त हो एवं परीक्षा केंद्र परिसर या उसके आसपास शांति व्यवस्था बनी रहे. उन्होंने इसको लेकर कई निर्देश दिये. उन्होंने सभी केंद्रों के स्टैटिक दंडाधिकारी व केंद्र अधीक्षकों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि परीक्षार्थियों के फ्रिस्किंग में किसी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए. शत-प्रतिशत परीक्षार्थियों की फ्रिस्किंग हो व परीक्षा प्रारंभ से पहले यह भी जांच करना सुनिश्चित करें की सीसीटीवी सही ढंग से काम कर रहा है.

परीक्षार्थी अब जूता मोजा पहन कर सकेंगे प्रवेश

परीक्षार्थियों का जूता-मोजा पहनकर परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने का आदेश दे दिया गया है. इसके पहले के वर्षों में जूता मोजा पहन कर प्रवेश करना मना था. अत्यधिक ठंड व कोविड-19 के प्रभाव को देखते हुए विद्यार्थियों को जूता मोजा पहन कर भी परीक्षा केंद्र में परीक्षा के लिए आने की अनुमति दी गयी है. लेकिन अधिकारियों द्वारा कहा गया कि गेट पर सही तरीके से विद्यार्थियों की जांच निश्चित तौर से करें. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के आदेश का सख्ती के साथ पालन करने का निर्देश सभी स्टैटिक मजिस्ट्रेट को दिया गया. 

भीड़ के वजह से ट्रैफिक पर रहेगी विशेष नजर 

 बैठक में उपस्थित पुलिस अधिकारी ने पुलिस प्रशासन को निर्देश देते हुए कहा कि परीक्षा के दिनों में जिले में ट्रैफिक कंट्रोल पर मुख्य रूप से ध्यान दिया जाये. ताकि, गांव से आ रहे परीक्षार्थियों को जाम की वजह से परीक्षा केंद्र पर पहुंचने में विलंब नहीं हो. जाम की वजह से किसी भी बच्चे का भविष्य खराब न हो सके इसका प्रयास करना है. शहर में जाम की समस्या सोमवार से ही देखने को मिल रही है.

भ्रामकखबर फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई

टाउन हॉल में होने वाले ब्रिफिंग में अधिकारियों ने कहा कि मैट्रिक परीक्षा में हजारों की संख्या में विभिन्न गांवों के परीक्षार्थी अपने परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देने पहुंचेंगे. इसमें किसी प्रकार की अफवाह नहीं फैले इस पर विशेष नजर रखे.सोशल मीडिया पर प्रश्नपत्र वायरलया अन्य भ्रामक सूचना देने वालों पर प्रशासन सख्त कार्रवाई करने का मन बना चुकी है. सोशल मीडिया पर अफवाह वाली बातों पर पोस्ट करने वाले पर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि परीक्षा संबंधी किसी भी अफवाहों पर ध्यान नहीं दें

परीक्षा केंद्र के बाहर भी नजर रखने का निर्देश

डीएम ने परीक्षा में तैनात अधिकारी व पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि परीक्षा का संचालन शांतिपूर्ण हो इसके लिए व्यापक रूप से सभी को सक्रिय रहना है. कई बार देखने को मिला है कि परीक्षा अवधि के बाद या बीच में विद्यार्थी जब बाहर निकलते हैं, तब किसी प्रकार के हाथापाई या लड़ाई झगड़े की बातें सामने आती है.इस प्रकार की कोई घटना नहीं हो इस पर नकेल कसने के लिए जरूरी है कि सक्रिय रूप से सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी निभाएं.

इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट्स ले जाने पर रोक

मैट्रिक परीक्षा में कोई भी परीक्षार्थी कोई भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे मोबाइल, ब्लू टूथ, पेजर आदि अन्य ऐसी सामग्रियां नहीं ले जा सकते हैं. सेंटर पर सीएस, वीक्षक व अन्य कार्यरत अधिकारियों व कर्मियों को भी कोई मोबाइल नहीं ले जाना है. डीएम ने नवादा व रजौली के एसडीओ को परीक्षा केंद्रों के 500 गज की परिधि की दूरी में शांति व्यवस्था संचारित करने एवं विधि- व्यवस्था बनाये रखने के लिए दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू करने को कहा.

उड़नदस्ता दल, सुपर जोनल, गश्ती दल रहेगा सक्रिय

परीक्षा के सफल संचालन को लेकर 11 अधिकारियों को गश्ती दल सह जोनल दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया है. जिला प्रशासन के वरीय अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गयी है, जो विभिन्न परीक्षा केंद्रों में कदाचार मुक्त परीक्षा संचालन के लिए भूमिका निभायेंगे. इसके अलावा आठ उड़नदस्ता दल सह सुपर जोनल दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त किये गये हैं. इनमें मुख्य रूप से वरीय उप समाहर्ता, भूमि सुधार उप समाहर्ता, पंचायती राज पदाधिकारी, पीएचडी कार्यपालक अभियंता, पथ प्रमंडल कार्यपालक अभियंता जैसे अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गयी है. फ्रिस्किंग के लिए अलग से सभी परीक्षा सेंटर पर जरूरत के अनुसार आठ से 10 कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया गया है, जो सभी परीक्षा सेंटरों पर विद्यार्थियों को प्रवेश के दौरान सही तरीके से जांच करेंगे.टाउन हॉल में परीक्षा में लगने वाले सभी अधिकारियों की ब्रिफिंग में डीइओ संजय कुमार चौधरी व अन्य वरीय अधिकारी मौजूद थे.

तीन केंद्रों पर 2526 छात्राएं देंगी परीक्षा

वहीं दूसरी तरफ खिजरसराय के तीन परीक्षा केंद्रों पर इंटरमीडिएट परीक्षा को लेकर तैयारी पूरी कर ली गयी है. मध्य विद्यालय खिजरसराय में 487 छात्रा, प्रोजेक्ट शिवा कन्या उच्च विद्यालय में 780 छात्रा, यशवंत उच्च विद्यालय में 1259 छात्रा सहित कुल 2526 छात्राएं इंटर के विभिन्न संकायों की परीक्षा देंगी. सबसे कम 10 कॉमर्स की छात्रा है. यशवंत उच्च विद्यालय में 51, प्रोजेक्ट शिवा कन्या उच्च विद्यालय में 33,आदर्श मध्य विद्यालय में 33 वीक्षकों ने योगदान किया, जिसके बाद केंद्राधीक्षकों ने वीक्षकों के साथ बैठक कर परीक्षा के नियमों के बारे में बताया. वही त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरा में परीक्षा के लिए प्रशासन भी कमर कस कर तैयार है. नीमचक बथानी एसडीओ द्वारा अनुमंडल स्तर पर एक कंट्रोल रूम की स्थापना की गयी है.और, परीक्षा केंद्रों के आस-पास धारा 144 लगा दिया गया है.वही एसडीओ द्वारा फोटो कॉपी की दुकानों पर स्थानीय अधिकारी को विशेष नजर रखने का निर्देश दिया गया है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के निर्देश पर सुपर जोनल दंडाधिकारी,जोनल दंडाधिकारी,स्टेटिक मजिस्ट्रेट,पुलिस गश्ती दल की तैनाती के साथ विधि व्यवस्था के लिए एसडीओ और डीएसपी को जिम्मेदारी दी गयी है. यशवंत उच्च विद्यालय को आदर्श परीक्षा केंद्र बनाया गया है.


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