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राष्ट्रीय बालिका दिवस : प्रदेश भर में मनाया गया राष्ट्रीय बालिका दिवस

मनाया गया बालिका दिवस

 आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित होने वाले शृंखलाबद्ध कार्यक्रम के क्रम में सोमवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया. न्यायिक पदाधिकारियों, पैनल अधिवक्ताओं व कर्मचारियों द्वारा सेल्फी विद डाउटर मुहिम चलायी गयी. जिला जज मनोज कुमार तिवारी व अन्य पैनल अधिवक्ताओं ने बेटियों के साथ सेल्फी शेयर की. जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला जज ने प्रेस वार्ता में कहा कि बालिकाओं को विशेष अधिकार भारतीय संविधान के अंतर्गत दी गयी है. किसी भी स्थिति में बालिकाएं अब बालकों से कम नहीं हैं. सर्वोच्च न्यायालय ने अब बालिकाओं को पैतृक संपत्ति में लड़कों के बराबर अधिकार दिया है. साथ ही उन्हें को-पर्सनरी घोषित किया है. देखा जाये तो कुछ मामले में बालिकाओं का अधिकार लड़कों या पुरुषों की तुलना में विशेष हैं. उदाहरण के रूप में आपात स्थिति में महिलाओं को गर्भपात के अधिकार दिये गये है, साथ ही अब नौकरियों में भी महिलाओं की बराबर का दर्जा देने के लिए आरक्षण की व्यवस्था की गयी है.

 अतः अब बालक बालिकाओं में फर्क मिट गया है. बस थोड़ी जागरूकता के अभाव के कारण लोगों में बालक व बालिकाओं के प्रति गलत अवधारणा कायम है. जिला जज ने बताया कि राष्ट्रीय बालिका दिवस पर जिले के विभिन्न विद्यालयों में प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही है. साथ ही सभी न्यायिक पदाधिकारियों, पैनल अधिवक्ताओं, कर्मचारियों द्वारा सेल्फी विद डाउटर की मुहिम के तहत तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की गयी है. उन्होंने जिलेवासियों से भी यह अपील की है कि इस विशेष दिन को बेटियों को समर्पित करते हुए उक्त मुहिम में शामिल हों. जिला जज ने बताया कि 12 मार्च को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जायेगा. जिलेवासी अधिक से अधिक अपने वादों का निबटारा करायें. उन्होंने यह बताया कि 12 फरवरी तक चेक बाउंस, पारिवारिक मामले अथवा अन्य सुलहनीय मामलों के निबटारा के लिए आवेदन प्राधिकार के कार्यालय में किसी भी कार्य दिवस में खुद या अपने अधिवक्ता के माध्यम से कर सकते हैं. इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर व अन्य उपस्थित थे.

हर क्षेत्र में बेटियां स्थापित कर रहीं कीर्तिमान 

 जन शिक्षण संस्थान के केंद्रीय कार्यालय में सोमवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया गया. कार्यक्रम की शुरुआत संस्थान के उपाध्यक्ष तुलसी प्रसाद सिंह व निदेशक संतन झा द्वारा दीप जला कर किया गया. निदेशक व अन्य वक्ताओं ने इस दौरान बालिका दिवस के उद्देश्यों पर चर्चा की गयी. कहा कि आज सभी क्षेत्रों में बेटियां परचम लहरा रही हैं. बिहार की बेटियां भी अपने दम पर हर क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं. संस्थान का भी यही उद्देश्य है कि बेटियों को प्रशिक्षित कर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होने में मदद की जाये. कई महिलाएं अग्रसर भी हैं. महिलाएं प्रशिक्षण हासिल कर स्वावलंबी हो रही हैं. इस मौके पर कार्यक्रम अधिकारी अभय कुमार मिश्र, सूर्यवंश सिंह, विशाल कुमार, पूनम देवी, रमा देवी, विनय कुमार आदि मौजूद थे.

बाल विवाह व दहेज उन्मूलन को लेकर बालिकाओं ने ली शपथ

राष्ट्रीय बालिका दिवस पर प्रखंड के कई स्कूलों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया. कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय कुटुंबा में मुहल्ला क्लास के संचालन के क्रम में नामांकित बालिकाओं को शपथ दिलायी गयी. वार्डन निशा कुमारी के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में स्कूल की दर्जनों छात्राएं शामिल हुईं. वार्डन ने संकल्प दिलाते हुए कहा कि बाल विवाह व दहेज प्रथा बालिकाओं का पिछड़ेपन का कारण है. समाज से बाल विवाह व दहेज प्रथा को मिटाने के लिए बालिकाओं को खुद से आगे आना होगा.छात्राओं ने सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन में हर संभव योगदान देने का सकल्प लिया. 
प्रधानाध्यापक चंद्रशेखर प्रसाद साहू ने बताया कि 1966 में 24 जनवरी को स्व इंदिरा गांधी भारत के पहली महिला प्रधानमंत्री बनी थी.इसलिए प्रत्येक वर्ष 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसलिए इस तिथि को बालिका सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है. हमें बालिकाओं की क्षमता और प्रतिभा पर विश्वास करना चाहिए.हमें बालिकाओं को उच्च शिक्षा, अच्छा स्वास्थ्य और अच्छा पोषण देने के लिए हर संभव कार्य करना चाहिए.

आगे बढ़ने के लिए बेटियों को मिले समान अवसर

वहीं गौतम बुद्ध महिला कॉलेज में भी राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की ओर से सोमवार को वेबिनार का आयोजन किया गया. इसमें उज्ज्वल भविष्य के लिए बालिकाओं का सशक्तीकरण (एम्पॉवरिंग गर्ल चाइल्ड फॉर ब्राइटर टूमोरो) विषय पर चर्चा हुई. इसमें छात्रों ने उन्हें भी आगे बढ़ने के लिए लड़कों के समान अवसर देने की बात कही. कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ जावेद असरफ की अध्यक्षता में राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर आयोजित वेबिनार में एनएसएस पदाधिकारी डॉ प्रियंका कुमारी ने कहा कि 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस 2008 से मनाया जा रहा है. इसी दिन देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी.

 अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो उषा राय तथा नैक समन्वयक डॉ शगुफ्ता अंसारी ने बालिकाओं के समग्र विकास के लिए भेदभाव रहित शिक्षा को जरूरी बताया. कॉलेज की पीआरओ डॉ कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी ने छात्राओं को राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि माता-पिता को यह ध्यान रखना चाहिए कि बेटे और बेटियां दोनों ही उनके ही जीवन के अंश हैं. दोनों समान रूप से हर जिम्मेवारी उठाने में सक्षम व दक्ष हैं. कॉलेज की छात्रा छह बिहार बटालियन एनसीसी की कैडेट तान्या रैना, जो गणतंत्र दिवस परेड शिविर में अपनी प्रतिभागिता द्वारा कॉलेज के नाम को गौरवान्वित कर चुकी है, राज्य स्तर पर नाम करने वाली युवा चित्रकार राखी कुमारी को कॉलेज की एनएसएस इकाई द्वारा सम्मानित किया गया.

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