कोरोना के कहर के वजह से मुहर्रम पर नही निकलेंगे ताजिया और अखाड़े, डीजे पर भी रहेगा प्रतिबंध
![]() |
मुहर्रम पर कोरोना का साया |
मुहर्रम पर्व पर डीएम हिमांशु कुमार राय एवं एसपी दीपक रंजन की संयुक्त अध्यक्षता में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों के साथ ग्राम प्लेक्स भवन में बैठक का आयोजन किया गया. प्रायः तीन दिनों तक मनाये जाने वाले इस पर्व पर विधिव्यवस्था के दृष्टिकोण से दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति 19-21 अगस्त तक निर्धारित की गयी है.
मुहर्रम पर्व के अवसर पर जिले में विशेष सतर्कता बरतने के लिए कुल 72 स्थानों पर दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की तैनाती की गयी है, जो लोगों पर निरंतर नजर बनाये रखेंगे ताकि कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन कराया जा सके एवं इस पर्व को शांतिपूर्ण माहौल में मनाया जा सके. इसके अतिरिक्त नगर पर्षद क्षेत्र के कुछ संवेदनशील स्थानों को चिह्नित किया गया है, जिसमें काको मोड़, ऊंटा मोड़, राजाबाजार, शकुराबाद, अस्पताल मोड़, कचहरी मोड़, गड़ेरियाखंड, शेखालमचक, सट्टी मोड़, प्यारी मुहल्ला, जाफरगंज, ईदगाह एवं आस-पास के स्थान शामिल हैं, जहां शिफ्टवार अतिरिक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी पुलिस बल के साथ अपने-अपने शिफ्ट में गश्ती करेंगे.
एडीएम ने सभी को कोविड प्रोटोकॉल पर विशेष ध्यान रखते हुए राज्य सरकार द्वारा लागू प्रतिबंधों का अनुपालन कराने का निर्देश दिया. उन्होंने बताया कि धार्मिक स्थल आम जनों के लिए बंद रहेंगे एवं सभी प्रकार के धार्मिक आयोजन पर प्रतिबंध है, किसी भी प्रकार के जुलूस, ताजिया, सिपहर अथवा अखाड़ा आदि की इजाजत नहीं होगी. केवल इमामबाड़ों आदि की सफाई एवं क्रियान्वयन के लिए संबंधित प्रबंधन समिति द्वारा आवश्यक कार्रवाई करने के लिए अनुमति होगी. शस्त्र प्रदर्शन नहीं किया जाना है तथा डीजे का उपयोग भी नहीं करेंगे. एसपी ने सभी को संवेदनशील स्थलों पर कड़ी निगरानी रखने के साथ आवश्यक माइकिंग करने का निर्देश दिया. उन्होंने साइबर सेल को सक्रिय होकर सोशल मीडिया पर चलने वाली अफवाहों पर विशेष निगरानी रखने का निर्देश दिया. डीएम ने सभी थानाध्यक्षों एवं सीओ को शांति समिति की बैठक करने का निर्देश दिया. साथ ही सभी बीडीओ, सीओ एवं थानाध्यक्ष को निर्देश दिया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए ग्रामस्तरीय कर्मचारियों, चौकीदार, दफादारों इत्यादि से ईदगाह एवं संवेदनशील स्थानों पर प्रतिनियुक्ति कर वहां की जानकारी प्राप्त करते रहेंगे तथा शांति व्यवस्था बनाये रखेंगे।
जिले में विधि व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था को प्रभावशाली बनाये रखने के लिए अनुमंडल कार्यालय में नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है, जिसके वरीय प्रभार में अनुमंडल पदाधिकारी रहेंगे. इसके अतिरिक्त कुछ दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को सुरक्षित रखा गया है, वे नियंत्रण कक्ष में उपलब्ध रहेंगे ताकि आवश्यकता पड़ने पर उनकी सेवाएं ली जा सकें. इस संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है कि आपसी विद्वेष एवं अन्य अप्रिय घटना से घायल व्यक्तियों के त्वरित चिकित्सा की व्यवस्था के लिए सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया है कि जीवन रक्षक एंबुलेंस सक्षम चिकित्सा दल के साथ प्रतिनियुक्त कर तैयार स्थिति में रखेंगे, जो आवश्यकता पड़ने पर उपयोग में लाया जाये. इसके साथ ही जिला अग्निशामक पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि तैयारी हालत में एक वाहन जिला नियंत्रण कक्ष में रखना सुनिश्चित करेंगे तथा दूसरा वाहन अरवल मोड़ के पास सूचना कक्ष के समीप रखेंगे. मुहर्रम पर डीडीसी एवं एएसपी जिले में विधि-व्यवस्था के वरीय प्रभार मे रहेंगे. इसके साथ ही डीएम एवं एसपी द्वारा अपील की गयी कि मुहर्रम पर्व को मनाने के दौरान सोशल डिस्टैंसिंग तथा मास्क पहनने आदि संबंधित कोविड अनुकूल व्यवहार एवं अद्यतन मानक संचालन प्रक्रिया का अनिवार्य रूप से अनुपालन करें।
वही अरवल जिले में मुहर्रम को लेकर डीएम जे प्रियदर्शनी और एसपी राजीव रंजन ने संयुक्त हस्ताक्षर से जिला आदेश निर्गत किया है. इसके तहत कहा गया है कि कोरोना के कारण जिले में 20 अगस्त को मुहर्रम है. कोरोना संक्रमण के कारण इस दौरान किसी भी अखाड़ा द्वारा मुहर्रम पर्व पर ताजिया का जुलूस नहीं निकाला जायेगा. बावजूद इसके कुछ स्थानों पर कुछ शरारती तत्व आदेश का उल्लंघन कर जुलूस निकाल सकते हैं. इस कारण कोरोना संक्रमण बढ़ने की संभावना है. ऐसे लोगों पर विभिन्न सूत्रों से जानकारी लेकर सख्त कार्रवाई करना है. कहीं कोताही नहीं बरतना है.
शिया वक्फ बोर्ड बिहार सुन्नी वक्फ बोर्ड ने भी जुलूस नहीं निकालने की अपील अपने समुदाय के लोगों से की है. इसके बाद भी हम लोग को सतर्क रहना है. किसी भी परिस्थिति से निबटने की संपूर्ण तैयारी रखनी है. लोग मुहर्रम पर ताजिया का जुलूस नहीं निकाले इसके लिए नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी और सभी प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि इसके लिए अपने- अपने क्षेत्र में माइकिंग से प्रचार- प्रसार कराएं कि सभी लोग समाजहित में लॉकडाउन का पालन करते हुए मुहर्रम का पर्व मनाएं. इस दौरान सभी लोग सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करें. साथ ही मास्क का भी प्रयोग करें एवं पर्व की बधाई एक दूसरे को देना है, दैहिक दूरी बना कर ही दे.
डीएम और एसपी द्वारा निकाले गये संयुक्त आदेश में मुहर्रम पर्व के दौरान सभी पदाधिकारी और पुलिसकर्मी की छुट्टी रद्द कर दी गयी है. अगर कोई जरूरी कारण बताकर जाना चाहते हैं तो इसके लिए जिलाधिकारी से आदेश देना होगा. इससे पहले वे अपना आवेदन अनुमंडल पदाधिकारी को देंगे. अनुमंडल पदाधिकारी उनके बताये गये कारण को जानेंगे. अगर सही पाया जायेगा वह इसकी अनुशंसा कर जिलाधिकारी को भेजेंगे. उसके बाद ही उन्हें छुट्टी मिलेगी. इसके लिए एसडीपीओ को यह भी बताना होगा कि जिन्हें छुट्टी दे रहे हैं, उनकी जगह पर किन को प्रतिनियुक्त किया गया है. मुहर्रम का पर्व शांतिपूर्ण रूप से संपन्न हो, इसके लिए सभी थानों में थानाध्यक्ष और एक दंडाधिकारी को सशस्त्र बल के साथ सुरक्षित रखा गया है. जो विशेष परिस्थिति में अपने क्षेत्र में कहीं भी जाकर मामले को देखेंगे और शांत करेंगे.
इसके अतिरिक्त एक पुलिस पदाधिकारी और दंडाधिकारी के नेतृत्व में कुल 81 जगह सशस्त्र बल को तैनात किया गया है. अनुमंडल पदाधिकारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को विधि व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गयी है. निर्देशित किया गया है कि पूरे जिले की विधि व्यवस्था पर नजर रखेंगे. आवश्यकता पड़ने पर ड्यूटी पर तैनात लोगों में फेरबदल भी कर सकते हैं. संपूर्ण विधि व्यवस्था की निगरानी के लिए जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है, जिसकी जिम्मेदारी अपर समाहर्ता को दी गयी है. सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि चिकित्सक और एंबुलेंस हमेशा तैयार रखेंगे. अग्निशमन विभाग को कहा गया है कि एक वाहन नियंत्रण कक्ष के पास हमेशा तैनात रखेंगे. बिजली विभाग को भी नियंत्रण कक्ष स्थापित कर जिले में सुचारु रूप से बिजली आपूर्ति पर नजर रखेंगे
Post a Comment for "कोरोना के कहर के वजह से मुहर्रम पर नही निकलेंगे ताजिया और अखाड़े, डीजे पर भी रहेगा प्रतिबंध"