औरंगाबाद जिले के लिए वर्ष 2022 नई उम्मीदों का साल होगा। विभिन्न क्षेत्रों में नए कार्य होंगे। निर्माण से लेकर कई अन्य क्षेत्रों में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। वर्ष 2021 में जहां कई योजनाएं पूरी नहीं हो सकी तो अगले साल ऐसी योजनाओं को पूरा किया जाएगा। सिक्स लेन चौड़ीकरण से लेकर खेल भवन, ओवरब्रिज का निर्माण, बाईपास का निर्माण हो सकेगा। घर-घर पाइपलाइन के माध्यम से गैस की आपूर्ति हो सकेगी। इसके अलावा जीएनएम स्कूल का भी निर्माण प्रस्तावित है। मॉडल अस्पताल भी अगले साल लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगा।
नए साल पर स्वास्थ्य विभाग करोड़ों रुपए की योजनाओं का तोहफा देगा। इन्हें स्वीकृति इसी वर्ष मिल गई है और पैसे भी जारी कर दिए गए हैं। काम का आवंटन कर दिया गया है लेकिन खरमास के बाद कार्य शुरू होगा। दूसरी ओर सदर अस्पताल में मॉडल अस्पताल भवन का निर्माण चल रहा है। इसमें तीन भवन बनेंगे जिस पर करीब 36 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
एक नौ मंजिला, दूसरा छह मंजिला और तीसरा चार मंजिला भवन बनेगा। इसमें नौ मंजिला भवन में ओपीडी के साथ ही मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था होगी। दूसरे भवन में प्रसव सुविधा और बच्चों को भर्ती किया जाएगा। तीसरे भवन में लॉन्ड्री के साथ ही रसोई का संचालन होगा। इस पर कुल 36 करोड़ रुपए खर्च होने हैं। इसके अलावा प्रत्येक विधानसभा में पांच-पांच स्वास्थ्य उपकेंद्र बनाया जाएगा। प्रत्येक के निर्माण पर करीब 70 लाख रुपए खर्च होंगे। कुल 30 स्वास्थ्य उपकेंद्रों का निर्माण किया जाएगा जिसमें हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर भी होगा। दूसरी ओर एक अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण किया जाएगा जिसमें हेल्थ एंड वैलनेस की सुविधा होगी। इसका निर्माण भी विधानसभा के स्तर पर होगा। प्रत्येक की लागत एक करोड़ 20 लाख रुपए है। इस कार्य का भी आवंटन कर दिया गया है। दूसरी ओर गोह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अपग्रेड कर दिया गया है।
कृषि विभाग के स्तर से कराई जाएगी सेव की खेती, योजना तैयार
औरंगाबाद जिले में भी सेव की खेती की जा सकेगी। इसके लिए औरंगाबाद का चयन किया गया है।
लागत मूल्य का 50 प्रतिशत सहायता अनुदान के रूप में किसानों को दिया जाना है।
जिला कृषि पदाधिकारी रणवीर सिंह ने बताया कि नए साल में सेव की खेती की दिशा में कार्रवाई की जाएगी। पूर्व से यहां स्ट्रॉबेरी की खेती की जा रही है जिसके लिए औरंगाबाद मिसाल है। अब सेव की खेती की दिशा में आगे बढ़ा जाएगा। इसकी कुल लागत 2 लाख 46 हजार 250 रुपए है जिसका 50 प्रतिशत अधिकतम अनुदान दिया जाना है। किसान का चयन कर इस दिशा में कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा किसान उत्पादक संगठन के माध्यम से भी किसानों को लाभ दिया जाना है। विशेष उद्यानिकी फसल योजना के तहत सहजन की खेती के लिए भी जिले का चयन किया गया है। मगही पान के लिए भी औरंगाबाद का चयन किया गया है।
नवीनगर की बिजली से जगमगाएगा बिहार
नवीनगर पावर जेनरेटिंग कंपनी लिमिटेड के माध्यम से 660 मेगावाट की तीन इकाई, कुल 1980 मेगावाट बिजली का उत्पादन जनवरी 2022 के अंतिम माह तक कर लिया जाएगा।
इस संबंध में नवीनगर पावर जेनरेटिंग कंपनी लिमिटेड के सीईओ विजय सिंह ने बताया कि सभी के सहयोग से यह संभव हो सका है। सीईओ ने बताया की पहले फेज में बिजली उत्पादन की दूसरी यूनिट का कॉमर्शियल उत्पादन शुरु है। तीसरी इकाई के बिजली उत्पादन का ट्रायल ऑपरेशन जनवरी अंत तक होगा तथा बिजली उत्पादन का कमर्शियल उत्पादन मार्च माह के अंत तक होगा। सीईओ ने बताया कि उत्पादित बिजली का 85 प्रतिशत हिस्सा बिहार सरकार को दिया जा रहा है। प्रथम फेज में बिजली उत्पादन की सफलता के बाद अब परियोजना में दूसरे फेज के लिए विस्तार किया जाना है। बिजली उत्पादन के लिए भूमि एवं आवश्यक संसाधन उपलब्ध है। दूसरे फेज के लिए भी बिजली उत्पादन अगले वित्तीय वर्ष में करने की संभावना है। नवीनगर प्रखंड के भारतीय रेल बिजली कंपनी लिमिटेड बिजली उत्पादन घर के अधिकारियों ने बताया कि चौथी यूनिट से बिजली उत्पादन दिसंबर 2021 में कर लिया गया है।
जिला मुख्यालय में बनेगा ऑडिटोरियम
औरंगाबाद जिला मुख्यालय में सम्राट अशोक भवन के नाम से ऑडिटोरियम का निर्माण कराया जाएगा। राज्य सरकार की पहल पर यह निर्माण होना है। जिला प्रशासन ने जमीन भी चिन्हित कर ली है। जिला कृषि भवन के बगल में ही इसका निर्माण कराया जाएगा। डीएम ने बताया कि इसके निर्माण के लिए जगह मिल गई है। जल्द से जल्द इस दिशा में भी कार्रवाई होगी। इस ऑडिटोरियम में बैठक करने सहित अन्य कार्यक्रम आसानी से आयोजित हो सकेंगे।
सांसद ने ट्रेन के ठहराव को लेकर बैठक में रखी है बात
काराकाट सांसद महाबली सिंह ने सोन नगर जंक्शन पर ट्रेन के ठहराव को लेकर अपनी बात रेल अधिकारियों की बैठक में रखी है।
ये बातें उन्होंने शुक्रवार को बारुण प्रखंड के कोचाढ़ में बताई। शुरू में ग्रामीणों ने रेल सुविधाओं में वृद्धि को लेकर सांसद को ज्ञापन सौंपा था। इस आलोक में सांसद ने मुगलसराय में आयोजित रेल अधिकारियों की बैठक में बात रखी है।
सांसद ने ट्रेन के ठहराव समेत ओवर ब्रिज एवं सोन नगर रेलवे यार्ड में हो रहे लोडिंग-अनलोडिंग का स्थान परिवर्तन की बात बैठक में रखी है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में अधिकारियों के द्वारा आश्वासन प्राप्त हुआ है।
नये वर्ष 2022 स्वास्थ्य के क्षेत्र में औरंगाबाद के लिए मील का पत्थर साबित होगा। स्वास्थ्य विभाग इस जिले को जीनएनएम इंस्टीट्यूट व पारा मेडिकल कॉलेज का तोहफा दे रहा है। इन संस्थानों से जिले के स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूती भी मिलेगी। सबसे बड़ी बात यह है कि नये वर्ष के जनवरी माह में खरमास समाप्त होते ही संस्थानों का निर्माण कार्य भी प्रारंभ हो जायेगा।
11 महीने में निर्माण कार्य संपन्न होने का डेडलाइन भी निर्धारित किया गया है। यानी कि दिसंबर 2022 तक निर्माण कार्य को पूर्ण कर लिया जायेगा। सदर अस्पताल के ठीक सामने चिकित्सक कॉलोनी के भूखंड को जगह के तौर पर चिह्नित किया गया है। बीएमएसआइसीएल पटना को कार्य आवंटित भी कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम डॉ कुमार मनोज ने बताया कि
नये वर्ष 2022 स्वास्थ्य के क्षेत्र में औरंगाबाद के लिए मील का पत्थर साबित होगा। स्वास्थ्य विभाग इस जिले को जीनएनएम इंस्टीट्यूट व पारा मेडिकल कॉलेज का तोहफा दे रहा है। इन संस्थानों से जिले के स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूती भी मिलेगी। सबसे बड़ी बात यह है कि नये वर्ष के जनवरी माह में खरमास समाप्त होते ही संस्थानों का निर्माण कार्य भी प्रारंभ हो जायेगा।
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