यूरिया खाद के लिए किसानों और पुलिसकर्मियों के बीच टकराव, खाद नही मिलने पर फूटा किसानों का गुस्सा
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पुलिस ने किसानों पर बरसाई लाठी |
रफीगंज के डाक बंगला स्थित इफको खाद बाजार के सामने मंगलवार को खाद नहीं मिलने से आक्रोशित किसानों ने सड़क जाम कर हंगामा किया।
विधि व्यवस्था में तैनात एएसआई कामेश्वर साह एवं पुलिस बलों ने उन्हें समझा बुझा कर हटाने की कोशिश की। इसके बाद कुछ उपद्रवी किसानों ने खाद दुकान में तोड़फोड़ की व विधि व्यवस्था में तैनात पुलिस बल पर ईंट रोडा़ से हमला करते हुए आधा किलोमीटर बस स्टैंड तक खदेड़ा। पथराव में एसआई कामेश्वर साह, एएसआई अजय कुमार सिंह, सशस्त्रत्त् बल सुशील कुमार, जलालुद्दीन, अखिलेश कुमार घायल हो गए। पुलिस कर्मी जान बचाकर भागने लगे तो कुछ लोगों ने बीच बचाव की कोशिश की। इस बीच उपद्रवी किसानों ने उन्हें भी अपना निशाना बनाया। इस क्रम में अरुण सिंह, नंदू प्रसाद का बेटा भी घायल हो गया। इसकी सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष रमेश कुमार सिंह अतिरिक्त पुलिस बल लेकर घटनास्थल पर पहुंचे व किसानों पर लाठी बल का प्रयोग कर उन्हें खदेड़ दिया। इसके बाद भीड़ तीतर-बितर हो गई। भागने के क्रम में एक वृद्ध व्यक्ति कुएं में गिर गया जिससे उसका पैर टूट गया। कुछ उपद्रवियों को पुलिस बल द्वारा हिरासत में भी लिया गया है।
थानाध्यक्ष ने बताया कि मुख्य उपद्रवी खरोखर गांव का प्रदीप सिंह है जिसने इस पूरी घटना में मुख्य भूमिका निभाई है। इस मामले में आठ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया है। सभी से पूछताछ जारी है। सत्यापन होने पर अग्रतर करवाई की जाएगी। कहा कि अत्यधिक भीड़ भाड़ को देखकर थाना से एसआई कामेश्वर साह अपने पुलिस बल के साथ पहुंचे और किसानों से शांतिपूर्ण माहौल में खाद लेने का आग्रह किया। इसी बीच कुछ शरारती तत्वों ने पुलिस पर पथराव कर मुख्य सड़क को जाम कर हंगामा किया। सभी घायलों का अस्पताल में इलाज किया गया। शरारती तत्वों द्वारा पुलिस जवान का राइफल छीनने का प्रयास किया गया। किसी तरह जान बचाकर पुलिस बल भागकर थाना पहुंचे। जानकारी मिलते ही अतिरिक्त पुलिस टीम थाना से पहुंची और रोड जाम को हटाया। इस दौरान लाठीचार्ज भी किया गया।
उपद्रवियों द्वारा पुलिस वाहन के साथ अन्य वाहनों को भी क्षतिग्रस्त किया गया। मामला बढ़ता देख पुलिस इंस्पेक्टर एमके चौधरी, रफीगंज थाना प्रभारी रमेश कुमार सिंह, कासमा थाना एएसआई अजीत कुमार सिंह, पौथू थानाध्यक्ष धनंजय कुमार, बंदेया थानाध्यक्ष रामायण प्रसाद दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। किसान रामेश्वर यादव, सत्येंद्र पासवान, इम्तियाज खान, अमीन खान का कहना था कि वे लोग दो दिनों से सारा काम छोड़कर यूरिया खाद के लिए दुकानों का चक्कर लगा रहे थे। खाद नहीं मिलने से नाराज लोगों ने हंगामा किया।
दो एकड़ पर एक बोरी खाद देने का लिया निर्णय
किसानों के हंगामे के बाद अधिकारियों ने एक बैठक भी की। बीडीओ बबलू कुमार, सीओ अवधेश कुमार सिंह ने किसानों के साथ बैठक की। बैठक में जदयू नेता सुनील वर्मा का कहना कि सभी लोगों को एक समान खाद मिलनी चाहिए।
समाजसेवी रवींद्र सिंह का कहना था कि 10 दिन पूर्व खाद की भी कालाबाजारी का मामला सामने आया था और हंगामा भी हुआ था। अचूकी गांव के रामेश्वर यादव, टकरा गांव के सत्येंद्र पासवान, अमीन खान, खैरा गांव के इम्तियाज खान ने पदाधिकारियों के बीच बताया कि सोमवार को ईफको बाजार में खास लोगों को मन मुताबिक खाद दी गई थी। ये जानकारी किसानों को हो गयी थी। सोमवार को भी दर्जनों किसान दिन भर खड़े रहे लेकिन खाद नहीं मिली। मंगलवार को पुन: किसान सुबह से ही खाद के लिए खड़े थे। देर होने के वजह से आक्रोशित थे। गोदाम प्रबंधक द्वारा खास लोगों के बीच खाद का वितरण किया जा रहा था।
गोदाम प्रबंधक केके सिंह ने बताया कि किसान गलत आरोप लगा रहे हैं। जिन किसानों को खाद मिल गई थी, उनलोगों ने ही पुन: आकर हंगामा कराया। बीडीओ बबलू कुमार ने कहा कि पुलिस बल के साथ जो घटना घटी है, निंदनीय है। लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। सीओ ने बताया कि बुधवार को खाद का वितरण किया जाएगा। जो किसान 2020-21 की रसीद की मूल प्रति लेकर आएंगे, उन्हें दो एकड़ पर एक बोरी खाद दी जाएगी। सीओ ने अधिकारियों से बात करने के बाद इस पर विचार करने को कहा।
किसानों को खाद की हो रही किल्लत के बीच विपक्ष भी अब किसानों के साथ खड़ा हो गया है।
"दुकानदारों की मनमानी के कारण किसानों का फूटा गुस्सा"
जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के प्रदेश महासचिव सह किसान प्रकोष्ठ प्रभारी बिहार संदीप सिंह समदर्शी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि बिहार में यूरिया खाद की कालाबाजारी धड़ल्ले से जारी है और किसान किल्लत की मार झेल रहे हैं। रफीगंज में यूरिया खाद गोदाम में किसानों का आक्रोश पुलिस पदाधिकारियों के साथ-साथ अन्य पदाधिकारियों पर फूटा है। उसकी निंदा करते हैं। सोमवार को किसानों के साथ इफको खाद भंडार के पदाधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा सौतेला व्यवहार किया गया। बिचौलिया हावी थे। यदि इफको खाद भंडार के कर्मचारियों और पदाधिकारियों द्वारा बिचौलियों और दलालों को खाद नहीं दी जाती तो शायद आक्रोश नहीं फूटता। किसानों की शिकायत पर डीएओ, बीएओ, सीओ, बीडीओ सहित अन्य पदाधिकारियों के साथ बात रखने की कोशिश की थी लेकिन किसी भी पदाधिकारियों के द्वारा फोन नहीं उठाया गया। एक पदाधिकारी ने फोन उठाया तो बताया इसकी जिम्मेवारी उनकी नहीं है।
यूरिया खाद कि किल्लत दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है। ओबरा प्रखंड में भी यूरिया खाद की किल्लत बरकरार है। आए दिन किसान यूरिया खाद के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण किसानों को खाद मुहैया नहीं हो रही है।
मंगलवार को प्रखंड के व्यापार मंडल में दो हजार बैग यूरिया खाद का वितरण किया जाना था। इसको लेकर काफी संख्या में भीड़ मौजूद थी लेकिन लचर व्यवस्था के कारण लोगों को खाद नहीं मिली। लोगों ने उग्र होकर एनएच-139 को जाम कर मुख्यमंत्री के विरोध में नारे लगाए। जाम की सूचना मिलते ही मौके पर थानाध्यक्ष पंकज कुमार सैनी ने दल बल के साथ पहुंच कर लोगों को समझाया बुझाया। किसानों का कहना है कि यूरिया खाद की कालाबाजारी प्रखंड में जोरों पर है। किसानों से कभी रसीद की मांग की जा रही है तो कभी आधार कार्ड की मांग की जा रही है जिसके कारण किसानों की परेशानी बढ़ गई है। सुबह 4 बजे से लाइन में लगने के बावजूद भी खाद नहीं मिल रही है।
जब संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया जाता है तो उनके द्वारा कुछ भी जवाब नहीं मिला है।थानाध्यक्ष ने बताया कि मुख्यालय स्थित विभिन्न जगहों पर यूरिया खाद का वितरण किया जा रहा है।
शांति व्यवस्था कायम करने के लिए सभी जगह पुलिस बल की तैनाती की गई है। बीएओ पुनीत कुमार ने बताया कि यूरिया खाद की उपलब्धि प्रखंड में पर्याप्त है। सभी दुकानों पर चार-चार सौ बैग, अरंडा उप कृषि केंद्र ़फर्टिलाइज़र दुकान पर चार सौ बोरी, प्रखंड के सभी पैक्स में खाद उपलब्ध कराई गई है। आक्रोशित लोगों ने एनएच को दो-दो बार जाम कर खाद के लिए प्रदर्शन किया। व्यापार मंडल अध्यक्ष गिरीश कुमार ने बताया कि बिस्कोमान संस्था में खाद उपलब्ध है लेकिन जिन अधिकारियों को इसकी जिम्मेवारी दी गई है, वह अपना कार्य नहीं कर रहे हैं
खाद के लिए सभी जगहों पर है मारामारी की स्थिति
विभाग के स्तर से खाद की खेप उपलब्ध कराने के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है। विभिन्न प्रखंडों में मारामारी की स्थिति बनी हुई है। सोमवार को गोह प्रखंड में प्रखंड कृषि पदाधिकारी के साथ हाथापाई कर दी गई वहीं मंगलवार को रफीगंज में बवाल हुआ। यहां खाद वितरण में गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए लोगों ने हंगामा किया।
सरकार के स्तर से लगातार खाद की रैक मंगवाई जा रही है लेकिन किसानों की जरूरत के मुताबिक आपूर्ति नहीं हो पा रही है। बिस्कोमान के क्षेत्रीय पदाधिकारी राहुल प्रियदर्शी ने बताया कि सोमवार को दो हजार बोरी यूरिया खाद मिली थी। 15 सौ बोरी यूरिया का वितरण सोमवार को ही कर दिया गया। मंगलवार को शेष खाद का वितरण होगा। उन्होंने बताया कि अब वरीय स्तर से खाद उपलब्ध होने के बाद ही वितरण होगा। बताया कि किसानों से जमीन की रसीद ली जा रही है। किसान सलाहकार आलोक कुमार की प्रतिनियुक्ति है जिनकी अनुशंसा होने के बाद खाद का वितरण हो रहा है। पारदर्शी तरीके से वितरण का कार्य चल रहा है। 265 रूपए में एक बोरी यूरिया दी जा रही है। इसके साथ ही किसानों को चार हजार रूपए का दुर्घटना बीमा भी मिल रहा है। इधर कुछ किसानों ने हंगामा भी किया जिसकी सूचना पर नगर थाना पुलिस पहुंची। किसानों को समझा-बुझाकर खाद वितरण शुरू कराया गया। इस अवसर पर नगर थाना के शिशुपाल कुमार, मनेश कुमार उपस्थित रहे। बताया कि शांतिपूर्ण तरीके से खाद का वितरण हो रहा है।
इस संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी रणवीर सिंह ने बताया कि एक हजार मीट्रिक टन यूरिया बुधवार को सासाराम से सभी प्रखंडों में भेजी जाएगी। इसका उप आवंटन भी हो गया है। इसके अगले दिन आईपीएल कंपनी की 650 मीट्रिक टन यूरिया यहां उपलब्ध होगी। उसका भी आवंटन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि खाद उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है और किसानों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी। किसान संयम पूर्वक वितरण स्थल पर पहुंचे और खाद प्राप्त करें
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